झूठी मौत की अफवाह पर काजल अग्रवाल ने तोड़ी चुप्पी, कहा- ‘मैं बिल्कुल सुरक्षित और स्वस्थ हूं’

साउथ दक्षिण भारतीय सिनेमा की सिंघम फिल्म की जानी-मानी अभिनेत्री काजल अग्रवाल को हाल ही में एक अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स और अफवाहों में उनके निधन की झूठी खबरें वायरल होने लगीं। खबरों में दावा किया गया कि एक सड़क दुर्घटना में काजल की मौत हो गई है। यह झूठ इतनी तेजी से फैला कि खुद अभिनेत्री को सामने आकर इस पर सफाई देनी पड़ी।

काजल अग्रवाल ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक स्टोरी शेयर करते हुए न सिर्फ इन खबरों को “बेबुनियाद” बताया, बल्कि अपने फैंस और फॉलोअर्स से ऐसे अफवाहों पर ध्यान न देने की भी अपील की। उन्होंने लिखा, “मैंने कुछ ऐसी झूठी खबरें देखी हैं जिनमें कहा गया है कि मेरा एक्सीडेंट हुआ है और मैं अब इस दुनिया में नहीं रही। सच कहूं तो ये पढ़कर हंसी आ रही है, क्योंकि इनमें कोई सच्चाई नहीं है।”

उन्होंने आगे लिखा, “भगवान की कृपा से मैं पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित हूं। आप सभी को यह विश्वास दिलाना चाहती हूं कि मैं बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं। कृपया इस तरह की फर्जी खबरों पर यकीन न करें और इन्हें फैलाने से भी बचें। आइए हम सब पॉजिटिव सोचें और सच्चाई पर फोकस करें।”

रामायण जैसी बड़ी फिल्म का हिस्सा है काजल अग्रवाल

जल्द ही रामायण पार्ट 1 और पार्ट 2 फिल्म का हिस्सा बनी है काजल अग्रवाल वह। रामायण सीरीज में वो मंदोदरी का किरदार निभाएंगी, जिसमें उनके साथ रणबीर कपूर और साई पल्लवी जैसे सितारे भी है।

मालदीव में वेकेशन मना रहीं थी काजल

गौरतलब है कि काजल अग्रवाल कुछ दिनों पहले मालदीव में छुट्टियां बिता रही थी। उन्होंने अपने पति गौतम किचलू के साथ वेकेशन की खूबसूरत तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर की थी

उन्होंने एक पोस्ट में उन्होंने लिखा था, “मालदीव: मेरा बार-बार आने वाला प्यार। एक ऐसी मासिक मुलाकात जिसका मैं खुशी-खुशी सामना करूंगी। इसके कभी न खत्म होने वाले आकर्षण, चमक और नेचर के सबसे सुंदर रनवे जैसे सूर्यास्त हर बार मुझे अपनी ओर खींच लेते हैं। हर बार मेरी सांसें थम सी जाती हैं।”

झूठी अफवाहों पर उठाना चाहिए सवाल

इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों और फेक न्यूज के खतरनाक प्रभाव को उजागर कर दिया है। किसी सेलेब्रिटी की मौत को लेकर इस तरह की अफवाहें पहले भी कई बार सामने आ चुकी हैं। लेकिन बिना किसी पुष्टि के, इस तरह की खबरों को फैलाना न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि इससे संबंधित व्यक्ति और उनके परिवार पर मानसिक दबाव भी पड़ता है।