अमेठी से 2019 मैं राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव हारा ने वाली मोदी केबिनेट मे मंत्री रह चुकीं अभिनेत्री स्मृति ईरानी अपने जीवन में हुए नुकसान का कारण राजनीति को बताएं जब की लंबे समय तक राजनीति में सक्रिय रहने के बाद अब वह अपने आइकॉनिक शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के दूसरे सीजन के साथ छोटे पर्दे पर वापसी कर रही हैं। इस शो में स्मृति फिर से ‘तुलसी’ के किरदार में नजर आएंगी।

दरअसल सोहा अली खान के शो ‘ All About Her ’ में स्मृति ईरानी ने अपने करियर और निजी संघर्षों पर खुलकर बातचीत करते हुए उन्होंने साफ कहा कि राजनीति में कदम रखने से उनके करियर को नुकसान हुआ। स्मृति ने कहा—
“लोग मानते हैं कि कोई भी एक्टर अपने करियर के अंत में राजनीति में आता है, लेकिन मैंने तो शुरुआत में ही राजनीति का रास्ता चुन लिया था। यहां मुझे दोगुनी मेहनत करनी पड़ी।”
टीवी से राजनीति तक का सफर

साल 2000 में ‘तुलसी’ के किरदार से स्मृति ईरानी घर-घर में पहचान बनाने लगीं। यह शो लगभग 8 साल तक चला और उन्हें स्टारडम की ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। इसके बाद उन्होंने प्रोडक्शन में भी हाथ आजमाया और ‘थोड़ी सी जमीन थोड़ा सा आसमान’, ‘विरुध’ और ‘मेरे अपने’ जैसे सीरियल्स को प्रोड्यूस किया।टीवी पर सफलता हासिल करने के बाद स्मृति ईरानी ने राजनीति की राह पकड़ी। भारतीय जनता पार्टी से जुड़कर उन्होंने सक्रिय राजनीति में अपनी पहचान बनाई। उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्री, कपड़ा मंत्री, सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय जैसे अहम पदों की जिम्मेदारी संभालने का मौका मिला।
पिता से लिया था लोन
स्मृति ईरानी ने अपने शुरुआती दिनों का किस्सा भी बताया। उन्होंने बताया कि मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए उन्हें एक लाख रुपये की जरूरत थी। इसके लिए उन्होंने अपने पिता से लोन लिया। लेकिन पिता ने शर्त रखी कि अगर एक साल के भीतर वह पैसे नहीं लौटा पाईं तो उनकी शादी पिता की पसंद के लड़के से कर दी जाएगी।
नीलेश मिश्रा के शो ‘द स्लो’ में स्मृति पहले ही यह खुलासा कर चुकी हैं कि लोन चुकाने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। ब्यूटी पेजेंट से मिले गिफ्ट्स बेचकर उन्होंने पिता को करीब 60 हजार रुपये लौटा दिए, लेकिन बाकी रकम जुटाने के लिए उन्हें मैकडॉनल्ड्स में नौकरी करनी पड़ी। तीन से चार महीने तक वहां क्लीनर का काम करते हुए वह हफ्ते में छह दिन काम करतीं और छुट्टी के दिन ऑडिशन देतीं। इन्हीं ऑडिशन के दौरान उन्हें एकता कपूर का सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ मिल गया।
25 साल बाद फिर से ‘तुलसी’
अब 25 साल बाद स्मृति ईरानी फिर से अपने पुराने किरदार ‘तुलसी’ के रूप में दर्शकों के सामने आ रही हैं। यह शो उनके लिए केवल करियर का टर्निंग प्वाइंट नहीं था बल्कि संघर्ष से सफलता तक की उनकी यात्रा का प्रतीक भी है।